पिछले 3 साल से लगातार बढ़ रही बेरोजगारों की संख्या।
रायगढ़। औद्योगिक जिला होने के बावजूद भी रायगढ़ जिले में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जानकर हैरत होगी कि जिले में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की संख्या 1 लाख 11 हजार तक जा पहुंची है। बेरोजगारी के ये आंकड़े पिछले तीन सालों में सबसे अधिक है।
आंकड़े सामने आने के बाद विपक्ष में बैठी कांग्रेस राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन भाजपा सरकार में उलटे बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है।
दरअसल रायगढ़ जिले में उद्योगों की भरमार होने की वजह से इसे इंडस्ट्रियल हब कहा जाता है लेकिन यह विडंबना कही जाएगी की इंडस्ट्रियल हब होने के बावजूद जिले में बेरोजगारी के आंकड़े कम नहीं हो रहे हैं। जिले में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 3 सालों से लगातार बढ़ रही है।
जिले में साल 2023 में 1,00,7,58 पंजीकृत बेरोजगार थे जिनकी संख्या 2024 में बढ़कर 1,011,039 तक जा पहुंची। साल 2025 में ये संख्या बढ़कर 1,12,000 तक जा पहुंची। खास बात यह है कि रोजगार विभाग लगातार रोजगार मेले का आयोजन कर युवाओं को रोजगार देने का दावा कर रहा है लेकिन आंकड़ों पर ध्यान दें तो ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं। रोजगार विभाग में पिछले 3 सालों में प्लेसमेंट कैंप के जरिए 1735 युवाओं को ही रोजगार दिलाया है। जिन युवाओं को रोजगार मिला है वह भी छोटी मोटी कंपनियों में है। आंकड़े सामने आने के बाद कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन उनकी सरकार में उलटे और बेरोजगारी बढ़ रही है। सरकार को इस दिशा में गंभीर होने की जरूरत है।
इधर रोजगार विभाग के अधिकारी भी आंकड़ों को स्वीकार कर रहे हैं हालांकि उनका कहना है कि रोजगार पंजीयन की व्यवस्था ऑनलाइन होने की वजह से लोगों में अवेयरनेस बढ़ा है और लोग बड़ी संख्या में पंजीयन कर रहे हैं। सरकारी नौकरी की चाह में भी पंजीयन करने वालों की संख्या बढ़ी है ऐसे में आंकड़े बड़े दिख रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि रोजगार मेले का आयोजन कर बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के प्रयास किया जा रहे हैं।