न्यूज डेस्क रायगढ़। रायगढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने के लिए सारी तैयारियां पुख्ता होने का दावा कर रहा है लेकिन फिर भी जिले में डेंगू ने दस्तक दे ही दी है। पिछले पंद्र दिनों में डेंगू के 10 केस सामने आ चुके हैं। खास बात ये है कि सभी केस उन्ही इलाकों के हैं जो कि पूर्व में डेंगू को लेकर संवेदनशील रहे हैं। ऐसे में भाजपा स्वास्थ्य विभाग और शहर सरकार की कार्यशैली को लेकर सवाल उठा रही है। दरअसल रायगढ़ शहर में बीते तीन चार सालों से लगातार डेंगू के केस सामने आते रहे हैं। बीते साल तो शहर में डेंगू के 320 केस सामने आए थे। ऐसे में शहर के कुछ इलाकों को डेंगू के हाटस्पाट के रुप में चिन्हित किया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने शहर के संजय मार्केट को जहां तत्काल प्रभाव से दूसरी जगह पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे तो वहीं डेंगू के हाट स्पाट वाली जगहों में सफाई व्यवस्था सुधारने स्थायी इंतजाम करने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन इसके बाद भी नगर निगम ने इस ओर ध्यान नही दिया। नतीजन इस साल फिर से डेंगू ने पैर पसारना शुरु कर दिया है। शहर के संजय मार्केट, गौरीशंकर मंदिर चौक, और गांधी गंज इलाके से डेंगू के केस सामने आए हैं। ऐसे में भाजपा शहर सरकार की कार्यशैली की लेकर सवाल उठा रही है। भाजपा नेता सुभाष पांडेय का कहना है कि ऩगर निगम को भाजपा ने बार बार आगाह किया था लेकिन फिर भी निगम ने डेंगू प्रभावित वार्डों की सुध नही ली। न समय पर सफाई अभियान चलाया गया न ही दवाओं का छिड़काव किया गया। नतीजन एक के बाद एक करके केस सामने आ रहे हैं ।इधर मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सारी तैयारियां पुख्ता होने का दावा कर रहे हैं। नोडल अधिकारी स्वास्थ्य विभाग टीजी कुलवेदी का कहना है कि डेंगू के जितने भी केस सामने आए हैं वे स्थानीय नहीं बल्कि बाहरी हैं। फिर भी डेंगू प्रभावित इलाकों में सतत सफाई अभियान चलाने और दवाओं का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं। डेंगू की तैयारियों के संबंध में नगर निगम को विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। संवेदनशील इलाकों की लगातार मानीटरिंग भी की जा रही है। डेंगू के मद्देनजर स्वास्थ्य अमले को भी अलर्ट किया गया है।